Sunday, April 28th, 2024

चुनाव ड्यूटी : शुगर, हाईपर टेंशन, हार्ट, बीपी से पीड़ित 14 कर्मचारियों की जाएगी नौकरी 

मेनिट, , पीएचई सहित आधा दर्जन विभाग में पदस्थ हैं कर्मचारी

भोपाल 
लोकसभा चुनाव ड्यूटी के लिए मेडिकल रूप से अनफिट पाए गए 14  अधिकारी-कर्मचारियों को सेवाएं समाप्त करने की जा रही हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी ने आधा दर्जन विभाग प्रमुखों को पत्र जारी कर दिए हैं। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डा. सुदाम खाडे ने एसबीआई, स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा मण्डल, नगर निगम, लोक शिक्षण संचालनालय, संचालनालय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, मेनिट निदेशक को आवेदनों का परीक्षण कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। कार्रवाई कर विभाग कलेक्टर खाड़े को अवगत भी कराएंगे। 

चुनाव ड्यूटी से अपने आप को मुक्त कराने के लिए कर्मचारी कई बहाने बताते हैं। यहां तक वे अपने मात-पिता के बीमार होने तक बहाने बनाने तक से नहींछूटते हैं। लोकसभा चुनाव केदौरान करीब 14 कर्मचारियों ने शुगर, हाईपर टेंशन, हार्ट, बीपी सहित अन्य बीमारी होने के कारण चुनाव ड्यूटी नहीं करने के आवेदन दिए थे। छानबीन में उक्त 14 कर्मचारी को अनफिट मिले हैं। उनके अनफिट होने के कारण वे अपनी सेवाएं भी कार्यालय को नहीं दे पाएंगे। इसलिए कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डा. सुदाम खाडे द्वारा विभाग प्रमुखों को लिखे पत्र में कहाकि लोकसभा चुनाव में आपके विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों के द्वारा आवेदन प्रस्तुत कर चिकित्सा के आधार पर निर्वाचन ड्यूटी से पृथक किए जाने का अनुरोध पत्र दिया था। इसके बाद इनसे मेडिकल बोर्ड का प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया गया था। इसमें मेडिकल बोर्ड ने शुगर, हाईपर टेंशन, हार्ट, बीपी सहित अन्य बीमारी को वजह बताते हुए निर्वाचन कार्य से मुक्त करने की अनुशंसा की थी। इससे स्पष्ट है कि उक्त अधिकारी-कर्मचारी स्थायी बीमारी से पीड़ित हैं और वो अन्य शासकीय कार्य भी संपादित करने में सक्षम नहीं है। 

पचास साल की उम्र बनी रोड़ा 
कलेक्टर खाड़े ने सामान्य प्रशासन विभाग के एक आदेश का हवाला दिया है, जिसमें 50 वर्ष की आयु अथवा 20 वर्ष की सेवा पूरी करने पर शासकीय सेवकों के अभिलेखों की छानबीन कर अनिवार्य सेवानिवृत्ति की बात कही गई है। कलेक्टर डा. खाडे ने कहा कि मेडिकल बोर्ड द्वारा अनफिट करार दिए गए अधिकारी-कर्मचारियों के संबंध में विभाग प्रमुखों को परिक्षण करने के संबंध में पत्र लिखा गया है। परिक्षण में वो अनफिट मिलते हैं तो विभाग द्वारा कार्रवाई की जाएगी। 

कैसे कैसे रोगों से पीड़ित थे कर्मचारी 

  • मौलाना आजाद राष्टÑीय प्रौद्योगिकी संस्थान (मेनिट) में अधीक्षक अहमद बैग ने मेडिकल बोर्ड का प्रमाण पत्र प्रस्तुत करते हुए कहा था कि इन्हें डायबीटीज, ब्लडप्रेशर एवं एल-5, एय-1 के बीच स्लीपडिस्क से पीड़ित हैं। 
  • नाहिद रिजवी शिक्षक शाताटो हाईस्कूल ने एडवांस आस्टिरियों आर्थराईटिस से ग्रसित हैं। मेडिकल बोर्ड के अतिरिक्त आवेदक द्वारा हार्निया होने, लंबे समय तक बैठने में असमर्थ होने का आवेदन दिया था। शाउमा विद्यालय कोटरा में पदस्थ सावित्री विजय एलबीए रेडियेटिंग टू राईट एलएल टिंगलिंग नम्बनेस, एसएलआर राईट 30 डिग्री लेफ्ट 90 डिग्री की बीमारी के चलते ड्यूटी से राहत मांगी थी। शा. उमा विद्यालय निशातपुरा में पदस्थ मनीषा बेरी सिवियर आॅथोर्राइटिस घुटनों के जोड़ में होने के कारण चलने में असमर्थ होने का हवाला दिया था। शा. हमीदिया कन्या स्कूल में पदस्थ कहकशा हबीब खान ने डिस्फंसनल यूट्राईस ब्लाडिंग के कारण ड्यूटी से पृथक करने के लिए आवेदन दिया था। शा.  उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में पदस्थ हरप्रसाद वंशकार ने हाईपर टेंशन, शुगर, लीगल एबसेस एवं प्रोस्टेड की बीमारी का मेडिकल प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया था। 
  • भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) में डिप्टी मैनेजर हेमंत बहुगुणा ने मेडिकल बोर्ड का प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया था। जिसमें कहा था कि उनकी ओपन हार्ट सर्जरी तथा इंजियोप्लास्टी होने का हवाला दिया था। इसके चलते उन्हें तनाव पूर्ण कार्य एवं भारी कार्य से बचने की सलाह दी गई है। 
  • सहायक यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के नीरज दुबे ने मेडिकल प्रमाण पत्र में कहा था कि उन्हें शाम के समय कम दिखाई देता है एवं आंखों में परेशानी है। इसी तरह अशोक कुमार मेहरा ने हाईपर टेंशन, सीएडी एण्ड पीटीसीए की बीमारी का हवाला दिया था। आरिफ खान ने हाईपर टेंशन, तथा पुरानी पायोकार्डियक इन्फेक्शन थी, डबल पी विथ एसटी के विथ शाक बीमारी के कारण ड्यूटी से मुक्त किया जाए। 
  • अधीक्षण यंत्री ग्रामीण कार्यालय यांत्रिकी सेवा मंडल में पदस्थ उमा सक्सेना ने सर्वाइकल की बीमारी, ब्लड प्रेशर एवं शुगर होने के कारण ड्यूटी से पृथक किये जाने की बात कही थी। 
  • नगर निगम में पदस्थ कमालउद्दीन ने हाईपर टेंशन, सीएडी एण्ड पीटीसीए की बीमारी का मेडिकल प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया था। 
  •  संचालनालय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण में पदस्थ सुनील कुमार खरे ने शुगर, उच्च रक्तचाप एवं हार्ट की बीमारी से पीड़ित होने का मेडिकल प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया था।
Source : mp education

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